600 साल की उम्र पाने वाले वली अल्लाह जिन्होंने सहाबी से लेकर गौस पाक औऱ ख़्वाजा गरीब नवाज़ के बाद तक का वक्त देखा...💐💐💐
✍ जावेद शाह खजराना (लेखक)
हजरत #मदारशाह रह0 से मदार सिलसिले की शुरुआत हुई। ज्यादातर शाह समाज के लोग आपसे मुरीद है ।
#शाह' सरनेम की शुरुआत आपने की।
आपकी पैदाईश हिजरी सन 242 के मुताबिक सन 816 ईस्वी में ईद के दिन सोमवार को सुबह हुई।
आपकी उम्र शरीफ 596 साल 16 दिन 6 घंटे रही।
आपकी विलादत के 229 साल बाद हुज़ूर गौसे आज़म की विलादत हुई और 295 साल बाद हुज़ूर ख्वाजा गरीब नवाज़ की विलादत हुई।
अशरफी सिलसिले के बुजुर्ग सैय्यद मखदूम अशरफ जहांगीर सिमनानी की विलादत तो मदार शाह रह0 के 466 साल बाद हुई।
इस तरह “” मदारूलआलमीन “” ने अपने मदार सिलसिले से लेकर कादरिया , चिश्तियाँ , अशरफी सिलसिला गुलज़ार होते हुए देखा।
आपका वली दौर सबसे लंबा रहा।
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हुज़ूर गौसे आज़म की उम्र 90 साल।
ख्वाजा गरीब नवाज़ की उम्र 96 साल।
सैय्यद मखदूम अशरफ जहांगीर सिमनानी की उम्र 100 साल रही।
हुज़ूर गौसे आज़म के विसाल के बाद हुज़ूर मदारूलआलमीन 277 साल तक दुनिया में हयात रहे। और #ख्वाजा_गरीब_नवाज़ के विसाल के बाद आप दुनिया में 205 साल तक हयात रहे और सैय्यद मखदूम अशरफ जहांगीर सिमनानी के विसाल के बाद “मदारूलआलमीन “दुनिया में 30 साल हयात रहे।
इस तरह क़ादरी , चिश्ती औऱ अशरफी सिलसिले के इन महान बुजुर्गों की पैदाइश से लेकर विसाल तक का लंबा अरसा हजरत #सैय्यद_बदीउददीन जिन्दा शाह मदार रह0 ने देखा।
हजरत #मदार_शाह का विसाल 596 की उम्र में 838 हिजरी मुताबिक सन 1434 ईस्वी में उत्तरप्रदेश के #मकनपुर में हुआ। जहाँ आपकी दरग़ाह मौजूद है।
596 जैसी लम्बी उम्र तक आपने दुनिया के ज्यादतर हिस्सों में पैदल- पैदल चलकर दीने इस्लाम की तब्लीग की।
हिंदुस्तान में आपके करीब 1400 चिल्ले हैं जिनमें से एक चिल्ला #इंदौर के कड़ावघाट पर भी मौजूद है।
इनके नाम से दक्कन में एक शहर आबाद है जिसका नाम मदार शाह के नाम से #मदरास था जो बाद में #मद्रास फिर चेन्नई हो गया।
सैय्यद मखदूम अशरफ जहांगीर सिमनानी आपके साथ 12 साल तक रहे आप दोनों ने एक साथ हज भी अदा किया और बाबा रतन हिन्दी उर्फ “जूबैर” (भटिन्डा) रजि0 जो सहाबी ए रसूल थे। उनसे मुलाकात भी की। इस तरह से हुजूर मदारूलआलमीन और सैय्यद मखदूम अशरफ जहांगीर सिमनानी “” **ताबई”” ** बुजुर्ग हुए।
क्योंकि इन्होंने सहाबी ऐ रसूल के दीदार किए थे। _______________________________________ silsila e #madariya zindabad . Silsila e #qadriya zindabad . Silsila e #Ashrafiya zindabad . Silsila e #chishtiya zindabad .